Jeetendra Gaur
भारत में वैसे तो कई रहस्यमयी मंदिर हैं, लेकिन इन्हीं में एक है 'किराडु मंदिर'। यह मंदिर राजस्थान के बाड़मेर जिले में है। कहते हैं यदि कोई यहां शाम के बाद मंदिर में ही रुक जाए तो वह पत्थर बन जाता है।
किराडु मंदिर को 'राजस्थान का खजुराहो' कहा जाता है। किराडू पांच 5 मंदिरों की श्रृंखला है। जिनमें सिर्फ एक मंदिर भगवन विष्णु और बाकी 4 मंदिर भगवन शिव के हैं।
मंदिर को मिला था श्राप
किंवदंती है कि कई वर्ष पहले किराडू में एक तपस्वी अपने शिष्यों के साथ आए। एक दिन साधु अपने शिष्यों को छोड़कर दूसरे स्थान पर गए। लेकिन उनके जाते ही, उनके सभी शिष्यों का स्वास्थ्य बिगड़ गया। जाते समय तपस्वी साधु शिष्यों की देखभाल की जिम्मेदारी गांववालों को छोड़ गए थे।
जब साधु, दूर स्थानों का भ्रमण कर वहां लौटे तो सभी शिष्यों को अस्वस्थ पाया। वे काफी गुस्सा हुए और बोले, गांव के सभी लोग पत्थर दिल हैं। उन्होंने श्राप दिया गांव के सभी लोग पत्थर बन जाएं।
लेकिन एक स्त्री ऐसी थी, जिसने शिष्यों की सहायता की थी। साधु ने उसे इस श्राप से मुक्त रखा। बाड़मेर के सिहणी गांव में आज भी उस स्त्री की प्रतिमा देखी जा सकती है।
कितना पुराना है मंदिर
इतिहासकारों का मत है कि किराडु मंदिर का निर्माण 11वीं शताब्दी में हुआ था। मंदिर का निर्माण परमार वंश के राजा दुलशालराज और उनके वंशजों ने करवाया था। यह मंदिर मध्यप्रदेश के खजुराहो मंदिरों की तरह ही सुंदर शिल्पकारी की अद्वितीय धरोहर है।