Jeetendra Gaur
चिली के घोस्ट टाउन के पास 6 से 8 इंच छोटा नरकंकाल पाया गया था। इस नरकंकाल के दांत काफी मजबूत थे और इसके बॉडी पर धारियां थी। बाद में ये मान लिया गया कि ये कंकाल इंसान का ही था। ऐसे में सवाल उठता है कि इतने छोटे इंसान के दांत कहां होते हैं? बहरहाल, किसी के पास भी इस नरकंकाल के बारे में स्पष्ट जानकारी मौजूद नहीं है।
कई बार दुनिया के सामने कुछ ऐसे रहस्य खुलते हैं जिनका जवाब किसी के पास नहीं होता। इन रहस्यमयी बातों पर विश्वास करना मुश्किल होता है। ऐसे में आज हम आपको बताने जा रहे हैं दुनिया के सामने आए 11 मिस्ट्रीज के बारे में जिनका जवाब किसी के पास नहीं है। जब मिला 6 इंच छोटा नरकंकाल...
चिली के घोस्ट टाउन के पास 6 से 8 इंच छोटा नरकंकाल पाया गया था। इस नरकंकाल के दांत काफी मजबूत थे और इसके बॉडी पर धारियां थी। बाद में ये मान लिया गया कि ये कंकाल इंसान का ही था। ऐसे में सवाल उठता है कि इतने छोटे इंसान के दांत कहां होते हैं? बहरहाल, किसी के पास भी इस नरकंकाल के बारे में स्पष्ट जानकारी मौजूद नहीं है।
जब आसमान से बरसे 'मीट के टुकड़े'
1876 में बाथ कंट्री के रंकिन में अचानक मीट की बारिश होने लगी। आसमान से मीट के टुकड़े गिर रहे थे। नेवार्क साइंटिफिक एसोसिएशन ने इन टुकड़ों की जांच कर पाया कि ये टुकड़े घोड़े या किसी नवजात के हैं। लेकिन असलियत किसी को पता नहीं चल पाई।
1876 में बाथ कंट्री के रंकिन में अचानक मीट की बारिश होने लगी। आसमान से मीट के टुकड़े गिर रहे थे। नेवार्क साइंटिफिक एसोसिएशन ने इन टुकड़ों की जांच कर पाया कि ये टुकड़े घोड़े या किसी नवजात के हैं। लेकिन असलियत किसी को पता नहीं चल पाई।
आज भी सुरक्षित है 2,000 साल पुरानी बॉडी
चीन में पाई गई लेडी डाइस की ममी का रहस्य आज तक किसी को पता नहीं चल पाया। करीब 2 हजार साल पुरानी इस डेड बॉडी को आज भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। जब ये डेड बॉडी मिली थी तब भी बॉडी की स्किन सॉफ्ट थी। उसके पैरों और हाथों के जॉइंट्स हिल रहे थे। इस ममी को किस तरीके से प्रिजर्व किया गया था, इसका जवाब किसी को नहीं मिला।
चीन में पाई गई लेडी डाइस की ममी का रहस्य आज तक किसी को पता नहीं चल पाया। करीब 2 हजार साल पुरानी इस डेड बॉडी को आज भी ज्यादा नुकसान नहीं पहुंचा है। जब ये डेड बॉडी मिली थी तब भी बॉडी की स्किन सॉफ्ट थी। उसके पैरों और हाथों के जॉइंट्स हिल रहे थे। इस ममी को किस तरीके से प्रिजर्व किया गया था, इसका जवाब किसी को नहीं मिला।
एक छेद में समा जाती है आधी नदी
डेविल्स केटल के नाम से मशहूर इस छेद में नदी का आधा पानी समा जाता है। पर किसी को नहीं पैट की पानी जाता कहां है। कई सालों से रिसर्चर्स इस बारे में शोध कर रहे हैं पर अबतक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।
डेविल्स केटल के नाम से मशहूर इस छेद में नदी का आधा पानी समा जाता है। पर किसी को नहीं पैट की पानी जाता कहां है। कई सालों से रिसर्चर्स इस बारे में शोध कर रहे हैं पर अबतक उन्हें कोई जवाब नहीं मिला है।
जब जानवरों ने बचाई लोगों की जान
1975 में चीन के हियेंग सिटी के लोगों की जान जानवरों ने बचा ली थी। जानवरों के अजीबोगरीब बर्ताव की वजह से शहर खाली करवा लिया गया। इसके कुछ देर के बाद ही 7.3 मैग्निट्यूड के भूकंप ने 90% शहर तबाह कर दिया था।
1975 में चीन के हियेंग सिटी के लोगों की जान जानवरों ने बचा ली थी। जानवरों के अजीबोगरीब बर्ताव की वजह से शहर खाली करवा लिया गया। इसके कुछ देर के बाद ही 7.3 मैग्निट्यूड के भूकंप ने 90% शहर तबाह कर दिया था।
स्विमिंग करने के दौरान गायब हो गए ऑस्ट्रेलियाई प्राइम मिनिस्टर
22 महीने तक ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर रहे हेरोल्ड होल्ट को आखिरी बार चेवियट बीच पर देखा गया था। उसके बाद हेरोल्ड गायब हो गए। उन्हें ढूंढने के लिए पुलिस, ऑस्ट्रेलियन नेवी डाइवर्स, एयर फाॅर्स हेलिकॉप्टर्स भी लगाए गए। लेकिन हेराल्ड का कोई निशान नहीं मिला।
22 महीने तक ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर रहे हेरोल्ड होल्ट को आखिरी बार चेवियट बीच पर देखा गया था। उसके बाद हेरोल्ड गायब हो गए। उन्हें ढूंढने के लिए पुलिस, ऑस्ट्रेलियन नेवी डाइवर्स, एयर फाॅर्स हेलिकॉप्टर्स भी लगाए गए। लेकिन हेराल्ड का कोई निशान नहीं मिला।
क्या सच था 1518 का 'डांसिंग प्लेग'?
कहा जाता है कि 1518 में एल्सासे के स्ट्रासबर्ग में डांसिंग प्लेग फैला था। लोग कई महीनों तक बिना रुके डांस करते रहे थे। इस दौरान कइयों की मौत हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स की वजह से हो गई थी। इस प्लेग के रहस्य से कभी पर्दा नहीं हट पाया।
कहा जाता है कि 1518 में एल्सासे के स्ट्रासबर्ग में डांसिंग प्लेग फैला था। लोग कई महीनों तक बिना रुके डांस करते रहे थे। इस दौरान कइयों की मौत हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स की वजह से हो गई थी। इस प्लेग के रहस्य से कभी पर्दा नहीं हट पाया।